सर्वश्रेष्ठ फिल्म का अवार्ड ‘टूरा रिक्शा वाला’ को
म्यूजिक, डांस और गीतों की रंगारंग प्रस्तुतियों के बीच 2010 में बनीं छत्तीसगढ़ी फिल्मों के बेस्ट परफार्मर सोमवार शाम सम्मानित हुए। बेस्ट एक्टर का अवार्ड ‘महूं दीवाना, तहूं दीवानी’ के हीरो अनुज शर्मा ने हासिल किया और 2010 की बेस्ट फिल्म का खिताब ‘टूरा रिक्शा वाला’ के नाम रहा। एक बार फिर मनमोहन ठाकुर सर्वश्रेष्ठ खलनायक के रूप में पुरस्कृत हुए, जबकि बेस्ट एक्टेÑस का अवार्ड शिखा चितांबरे को मिला, जिसने ‘टूरा रिक्शा वाला’ में अभिनय किया है। इसी फिल्म का निर्देशन करने वाले सतीश जैन बेस्ट डायरेक्टर के अवार्ड से नवाजे गए।
लंबे अंतराल के बाद छत्तीसगढ़ में ऐसा कार्यक्रम हुआ, जिसे एबेलॉन इवेंट्स ने आयोजित किया। जिंदल इस्पात के जीएम प्रदीप टंडन, ‘हरिभूमि’ समाचार पत्र समूह के प्रबंध संपादक डा. हिमांशु द्विवेदी, एनसीपी के कार्यकारी अध्यक्ष सतीश जग्गी, बीरगांव नगर पालिकाध्यक्ष ओमप्रकाश देवांगन, सुनील कालड़ा, विवेक सारडा, अरविंद अवस्थी, एबेलान के डायरेक्टर अजय दुबे आदि अतिथियों ने दीप प्रज्ज्वलित कर संगीत और सम्मान के इस कार्यक्रम का शुभारंभ किया। एबेलान की ओर से अतुल्य चौबे ने स्वागत उद्बोधन देते हुए कार्यक्रम के उद्देश्यों की जानकारी दी।
सर्वश्रेष्ठ अभिनेता का अवार्ड अनुज शर्मा ने डा. द्विवेदी के हाथों प्राप्त किया, जबकि श्री टंडन ने ‘टूरा रिक्शा वाला’ के निर्माता और फिल्म की टीम को बेस्ट फिल्म का अवार्ड दिया। गायिका सीमा कौशिक के हाथों मनमोहन ठाकुर नवाजे गए। अवार्ड फंक्शन में 22 श्रेणी के अवार्ड दिए गए। हर तीन अवार्ड के बाद कलाकारों के स्टेज परफार्मेंस ने अवार्ड फंक्शन को दिलचस्प बना दिया। रात लगभग 8 बजे शुरू होकर साढ़े 11 बजे तक चले कार्यक्रम में छॉलीवुड की कई हस्तियां मौजूद थीं।
नाच उठे दर्शक - अवार्ड वितरण के पहले अनुज शर्मा ने अपनी टीम के साथ गीत और डांस पेश किए। ‘मया’ फिल्म का गाना ‘कान मं बाली और गोरा-गोरा गाल...’ जब धमाकेदार म्यूजिक के साथ पेश हुआ, तो दर्शक झूम उठे। इसी तरह ‘बईरी सजन’ के हीरो प्रदीप कौशिक ने भी अपने ग्रुप के साथ बेहतरीन डांस किया।
सीमा कौशिक के गाने ‘टूरा नई जाने...’ पर जब प्रदीप और साथियों ने डांस किया, तो उठकर बाहर जा रहे दर्शक भी ठहर गए। ताली, सीटियां और चिल्लाने की आवाज शहीद स्मारक सभागार में गूंजने लगी।
इन्हें मिला अवार्ड -सर्वश्रेष्ठ फिल्म टूरा रिक्शा वाला (निर्माता- रॉकी दासवानी)
सर्वश्रेष्ठ अभिनेता अनुज शर्मा (महूं दीवाना, तहूं दीवानी)
सर्वश्रेष्ठ अभिनेत्री शिखा चितांबरे(टूरा रिक्शा वाला)
सर्वश्रेष्ठ निर्देशक सतीश जैन (टूरा रिक्शा वाला)
सर्वश्रेष्ठ संगीतकार दुष्यंत हरमुख (मया दे दे मयारू)
सर्वश्रेष्ठ गीतकार कुबेर गीतपरिहा (टूरा रिक्शा वाला, महूं दीवाना तहूं दीवानी)
सर्वश्रेष्ठ कहानी स्व. प्रेम साइमन (मया दे दे मयारू)
सर्वश्रेष्ठ संवाद पं. सुदामा शर्मा (गुंरावट, टूरी नंबर वन, हीरो नंबर वन)
सर्वश्रेष्ठ खलनायक मनमोहन ठाकुर (टूरी नंबर वन, महूं दीवाना-तहूं दीवानी)
सर्वश्रेष्ठ सह अभिनेता शशिमोहन सिंह (मया दे दे मयारू)
सर्वश्रेष्ठ सह अभिनेत्री संजू साहू (महूं दीवाना-तहूं दीवानी)
सर्वश्रेष्ठ हास्य कलाकार हेमलाल कौशल (टूरा रिक्शा वाला)
सर्वश्रेष्ठ चरित्र अभिनेता रजनीश झांझी (हीरो नंबर वन)
सर्वश्रेष्ठ चरित्र अभिनेत्री उपासना वैष्णव (महूं दीवाना, तहूं दीवानी, हीरो नंबर वन)
सर्वश्रेष्ठ एक्शन एस.कुडूं तुरू बाबू ( टूरा रिक्शा वाला, महूं दीवाना तहूं दीवानी)
सर्वश्रेष्ठ बाल कलाकार आदेश गुप्ता (टूरा रिक्शा वाला)
सर्वश्रेष्ठ गायक सुनील सोनी (मया दे दे मयारू, महूं दीवाना तहूं दीवानी)
सर्वश्रेष्ठ गायिका अलका चंद्राकर (महूं दीवाना तहूं दीवानी, टूरा रिक्शा वाला)
सर्वश्रेष्ठ कोरियोग्राफर तरुण निषाद (मया दे दे मयारू)
सर्वश्रेष्ठ संपादन शैलेंद्रधर दीवान (टूरा रिक्शा वाला)
सर्वश्रेष्ठ कैमरामैन दिनेश ठक्कर (हीरो नंबर वन)
लाइफ टाइम अचीवमेंट स्व. विजय कुमार पांडेय (घर-द्वार),
एवार्ड मनु नायक (कहि देबे संदेश)
शूटिंग में व्यस्त रहे कुछ विजेता - बेस्ट डायरेक्टर सतीश जैन और हीरोइन शिखा चितांबरे शूटिंग के सिलसिले में विशाखापटनम में हैं, जो इस कार्यक्रम में नहीं पहुंच सकीं। श्री जैन का अवार्ड श्रीमती जैन ने प्राप्त किया, वहीं शिखा के भाई ने उनका अवार्ड लिया। घर द्वार के निर्माता स्व. विजय कुमार पांडेय के नाम का लाइफ टाइम अचीवमेंट अवार्ड उनकी धर्मपत्नी, भनपुरी की पूर्व पार्षद चंद्रकली पांडेय ने प्राप्त किया। संगीतकार दुष्यंत हरमुख, एक्शन मास्टर एस. कुंडूतुरू बाबू आदि भी नहीं पहुंच सके, जिनकी जगह यूनिट के दूसरे सदस्यों ने अवार्ड प्राप्त किया।
गुइंया रे गुइंया... - ‘बईरी सजन’ ने कोई भी अवार्ड भले न हासिल की हो, लेकिन पूरे फंक्शन में उसी फिल्म के गानों का जोर था। रानू खान ने इसी फिल्म के आइटम सांग में शानदार परफार्म किया, जबकि सीमा सिंह ने ‘गुइंया रे, गुइंया’ गाने पर समूह नृत्य की प्रस्तुति दी। कार्यक्रम में मौजूद सीमा कौशिक से गाने की फरमाइश करने वाले पूरे समय चीखते-चिल्लाते रहे।
बोरे बासी ल खाबो जी... - सुपरहिट फिल्म ‘टूरा रिक्शा वाला’ के हीरो प्रकाश अवस्थी और बईरी सजन की हीरोइन सीमा सिंह विश्वकर्मा ने साइकिल रिक्शे को साथ लेकर उस फिल्म का गीत पेश किया, तो अवार्ड फंक्शन और दिलचस्प हो गया। गाने के अंत में कामेडीफूल अभिनय ने भी दर्शकों को खूब हंसाया।
भावुक हुए कलाकार - बेहतर काम करने वाले कलाकारों की ख्वाहिश रही है कि ऐसा फंक्शन हो, जिससे कलाकारों को प्रोत्साहन मिले और स्वस्थ प्रतिस्पर्धा का वातावरण निर्मित हो। यही कारण है कि अवार्ड लेने मंच पर पहुंचे कई कलाकार अपनी बातें कहते हुए बेहद भावुक हो गए। सर्वश्रेष्ठ चरित्र अभिनेत्री उपासना ने तो अपनी फिल्म की पूरी टीम को मंच पर बुलाकर अवार्ड सबके नाम कर दिया, जबकि सर्वश्रेष्ठ सह अभिनेता शशिमोहन सिंह ने अपने भीतर के कलाकार के जज्बातों का जिक्र करते हुए अवार्ड लिया। ठेठ छत्तीसगढ़िया पं. सुदामा शर्मा ने संवाद लेखन का अवार्ड लेते हुए कहा, यह उनके लिए बहुत बड़ा सम्मान है।
समाचार : हरिभूमि से साभार
सबको बधाई हो।
जवाब देंहटाएंबहुत-बहुत बधाई.
जवाब देंहटाएंसबको बधाई हो..................
जवाब देंहटाएंनियमित दर्शक के नाते जूरी सदस्यो से परिचय की उत्कंठा है।
संजीव भैया साभार आपका.........
जम्मो ला गाड़ा गाड़ा बधाई.....
जवाब देंहटाएंहेमंत के उत्सुकता के घलो धियान रखे जाए :)
जम्मो कलाकार मन ला गाडा गाडा बधाई....
जवाब देंहटाएंए मन हर छत्तीसगढ़ के नाव ल उजियारत रहय...
जय छत्तीसगढ़... जय भारत..
उन्हें बहुत बधाइयाँ पर... अब अपने को कलाकार नहीं होने का दुःख साल रहा है :)
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