लेह बाजार के स्वागत द्वार में मित्र ऋषि तिवारी
खारदुंगला रोड में थम से गए झरने पर मेरे मित्र
हजारों किलोमीटर दूर, दुनिया के सबसे उंचे मोटरेबल रोड पर काम करते मजदूरों के मुह से गुरतुर गोठ छत्तीसगढ़ी सुनना कितना सुखद लगता था ............ आज छत्तीसगढ़ में हरेली तिहार से त्यौहारों का आरंभ हो रहा है ..... आकुल आंखें कमाने खाने गए बेटों का इंतजार कर रही है ......
लेह में उन छत्तीसगढि़या मजदूरों के साथ ही दैवीय आपदा के शिकार सभी व्यक्तियों को हम श्रद्धा सुमन अर्पित करते हैं।