नानसेंस टाइम्स
पूरे ब्रम्हांड का एक अनोखा सालाना अखबार जिसे होली के अवसर पर प्रकाशित किया जाता है , रायपुर प्रेस क्लब में प्रदेश के मूर्धन्य लोग जिसे विमोचित करने लालायीत रहते है, पेंसन भोगी पत्रकारों की इस भंगीली प्रस्तुति में सच्चाई के रंग के साथ टूच्चाई का रंग होता है जिसे पढ़ कर मस्ती भी मौकापरस्त हो जाती है , सही मायने में यह एक आइना है.नानसेंस टाइम्स के संपादक मंडल का सेन्स कुछ ऐसा होता है की इसकी प्रति पढने के लिए लोगो में होड़ लगी रहती है.रायपुर प्रेस क्लब से होली के दिन विगत 14 वर्षों से प्रकशित नॉन सेन्स टाइम्स इस वर्ष से आन लाईन हो गई है, नॉन सेन्स टाइम्स को अब आप यहॉं से पढ सकते हैं. रायपुर प्रेस क्लब मे ब्लॉग का चिराग जलाने मे बडे भाई अनिल पुसदकर जी का अहम योगदान रहा है. यह खुशी की बात है कि, आज क्लब मे कई पत्रकार भाई अपना ब्लॉग बना लिये हैं और ब्लागिस्तान से जुड गये हैं. इसी के कारण हम लोगों को भी यह टाइम्स देखने को मिल सका.
पत्रकारजगत और ब्लॉगजगत के प्रिय अमीर धरती गरीब लोग वाले भाई अनिल पुसदकर जी का "बुरा ना मानो होली है " फोटू हम इसी नॉन सेन्स टाइम्स से साभार यहा लगा रहे हैं, होली का उमंग अभी भी बाकी है, आप भी टिपिया के होली के अबीर - गुलाल उडाई लो.