हेमंत साहू, असम निवासी छत्तीसगढ़ वंशी ऐसे चित्रकार हैं जो अपनी तूलिका से यथार्थ के विद्रूप, भक्ति और प्रेम आदि की अद्भुत इंद्रधनुषी छटा बिखेरते हैं। ये इंदिरा कला संगीत विश्वविद्यालय के फाइन आर्ट के ऐसे विद्यार्थी हैं जिन्होंने विश्वविद्यालय सहित छत्तीसगढ़ और असम का नाम रौशन किया है। इनकी पेंटिंग्स की प्रदर्शनी देश के विभिन्न हिस्सों में लगती है। हम प्रत्यक्ष रूप से इनके बनाये दो-चार पेंटिंस ही देख पाए हैं क्योंकि जब हम असम अध्ययन दौरे में थे तब इनसे ज्यादा समय तक इस विषय पर हमारी बात नही हो पाई।
इनके घर मे इनकी बहन जहां सिद्धस्थ गायिका हैं, जो छत्तीसगढ़ी सहित असमी लोकगीत गाती हैं और कुछ असमी फिल्मों में इन्होंने गीत गाया है। वहीं इनके छोटे भाई वाइल्डलाइफ फोटोग्राफर जिन्हें अभी कुछ माह पूर्व ही पी एचडी अवार्ड हुआ है। उपलब्धियों के आंकड़ों के अनुसार प्रदीप कुमार साहू असम निवासी छत्तीसगढ़ वंशियोँ में पहले डॉक्टरेट होल्डर हैं। यद्यपि मेडिकल डॉक्टरों की संख्या लगभग 30-40 होगी।
यहां फेसबुक पर हमने हेमंत के कुछ और चित्रों को देखा। अपने अल्प चित्र ज्ञान के साथ ही यह पाया कि, हेमंत अद्भुत उदीयमान चित्रकार हैं। इस क्षेत्र के डॉ. सुनीता वर्मा और अतुल पानसे जी से मेरी दुआ-सलाम है जिनके चित्रों को देखकर मार्डन पेंटिंस को बूझने का उदीम करते रहा हूँ। इस लिहाज से हेमंत के चित्रों से कविता फूटती है और रंगों से मधुर संगीत झरता है। यह आंखों से संगीत को अनुभव करना है।
हेमंत साहू |
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आपकी टिप्पणियों का स्वागत है. (टिप्पणियों के प्रकाशित होने में कुछ समय लग सकता है.) -संजीव तिवारी, दुर्ग (छ.ग.)