- विशेष सामग्री -
छत्तीसगढ़ की बेटी भगवान श्री राम की माता कौशल्या के मंदिर से गौरवान्वित
सौ तालाबों का गांव चंदखुरी और सांसद श्री रमेश बैस
धरसींवा विधानसभा क्षेत्र का यशस्वी गांव पथरी और जागृत विधायक श्री देवजी भाई पटेल
सहयोग राशि : सौ रुपये मात्र
मुद्रक : यूनिक, पंचमुखी हनुमान मंदिर के पीछे, मठपारा, दुर्ग (छ.ग.) ०७८८-२३२८६०५
मुख-पृष्ठ सज्जा सौजन्य - नेलशन कला गृह, सेक्टर-१, भिलाई
नेट ब्लाग वेब प्रकाशन : संजीव तिवारी
छत्तीसगढ़ की बेटी भगवान श्री राम की माता कौशल्या के मंदिर से गौरवान्वित
सौ तालाबों का गांव चंदखुरी और सांसद श्री रमेश बैस
धरसींवा विधानसभा क्षेत्र का यशस्वी गांव पथरी और जागृत विधायक श्री देवजी भाई पटेल
सहयोग राशि : सौ रुपये मात्र
मुद्रक : यूनिक, पंचमुखी हनुमान मंदिर के पीछे, मठपारा, दुर्ग (छ.ग.) ०७८८-२३२८६०५
मुख-पृष्ठ सज्जा सौजन्य - नेलशन कला गृह, सेक्टर-१, भिलाई
नेट ब्लाग वेब प्रकाशन : संजीव तिवारी
अनुक्रमणिका :-
१. संपादकीय
२. संत पवन दीवान और जीवन संदेश
३. श्री रमेश बैस
४. श्री देवजी भाई पटेल
५. संत कवि पवन दीवान की पांच छत्तीसगढ़ी कविताएं
अ. राख
ब. जिवलेवा जाड़
स. सांझ
द. महानदी
ड. तोर धरती
५. दीवान जी के प्रवचन की क्षेपक कथाएं
अ. जनप्रिय संत पवन दीवान और प्रवचन की क्षेपक कथाएं
(माता पार्वती ने जलाई लंका)
ब. संत पवन दीवान के प्रवचन की रोचक कथाएं
६. संत कवि पवन दीवान का गद्य -
अ. भाषा की जीत सुनिश्चित है छत्तीसगढ़ी से बना छत्तीसगढ़ राज्य
- पवन दीवान
ब. मोरारजी, चरन, मधु, जार्ज साक्षात्कार : सुधीर सक्सेना
स. मेरे प्रिय लेखक डॉ. परदेशीराम वर्मा
द. छत्तीसगढ़ी संस्कृति का जन-जन तक प्रसार जरुरी-पवन दीवान
ड. हम घर में भटके हैं, कैसे ठौर ठिकाने पायेंगे।
७. संत की दो हिन्दी कविताएं -
अ. शोषण की रोशनी
ब. जब तक हम जलते हैं
८. छत्तीसगढ़ की पहचान - संत कवि पवन दीवान
९. माता राजिम, सबरी, बिलासा और उनकी छत्तीसगढ़ी भाषा
१०. १२ अगस्त को हरि ठाकुर सम्मान २००७ से विभूषित होने के अवसर पर विशेष
११. याद - ए - दीवान
१२. महात्मा गांधी - जमुना प्रसाद कसार
१३. समीक्षा :-
अ. आवा मेरी दृष्टि में - दानेश्वर शर्मा
ब. छत्तीसगढ़ी अस्मिता - आशुतोष
स. औरत खेत नहीं - रवि श्रीवास्तव
१४. आयोजन :-
अ. डॉ. परदेशीराम वर्मा की षष्ठिपूर्ती संपन्न
ब. लिमतरा के सियान श्री तेजराम मढ़रिया को सम्मान
स. डॉ. खूबचंद बघेल अगासदिया सम्मान ०७ श्री कोदूराम वर्मा को प्रदत्त
१५. राजिम के देवालय (संत पवन दीवान की साधना स्थली)
१६. देश के नक्शे पर उभरता एक नया कुंभ स्थल राजिम
१७. संत कवि पवन दीवान को अत्यंत प्रिय नेलसन कलागृह में संत समागम
१८. अगासदिया यात्रा एवं उपलब्धि
१९. पत्र एक
१. संपादकीय
२. संत पवन दीवान और जीवन संदेश
३. श्री रमेश बैस
४. श्री देवजी भाई पटेल
५. संत कवि पवन दीवान की पांच छत्तीसगढ़ी कविताएं
अ. राख
ब. जिवलेवा जाड़
स. सांझ
द. महानदी
ड. तोर धरती
५. दीवान जी के प्रवचन की क्षेपक कथाएं
अ. जनप्रिय संत पवन दीवान और प्रवचन की क्षेपक कथाएं
(माता पार्वती ने जलाई लंका)
ब. संत पवन दीवान के प्रवचन की रोचक कथाएं
६. संत कवि पवन दीवान का गद्य -
अ. भाषा की जीत सुनिश्चित है छत्तीसगढ़ी से बना छत्तीसगढ़ राज्य
- पवन दीवान
ब. मोरारजी, चरन, मधु, जार्ज साक्षात्कार : सुधीर सक्सेना
स. मेरे प्रिय लेखक डॉ. परदेशीराम वर्मा
द. छत्तीसगढ़ी संस्कृति का जन-जन तक प्रसार जरुरी-पवन दीवान
ड. हम घर में भटके हैं, कैसे ठौर ठिकाने पायेंगे।
७. संत की दो हिन्दी कविताएं -
अ. शोषण की रोशनी
ब. जब तक हम जलते हैं
८. छत्तीसगढ़ की पहचान - संत कवि पवन दीवान
९. माता राजिम, सबरी, बिलासा और उनकी छत्तीसगढ़ी भाषा
१०. १२ अगस्त को हरि ठाकुर सम्मान २००७ से विभूषित होने के अवसर पर विशेष
११. याद - ए - दीवान
१२. महात्मा गांधी - जमुना प्रसाद कसार
१३. समीक्षा :-
अ. आवा मेरी दृष्टि में - दानेश्वर शर्मा
ब. छत्तीसगढ़ी अस्मिता - आशुतोष
स. औरत खेत नहीं - रवि श्रीवास्तव
१४. आयोजन :-
अ. डॉ. परदेशीराम वर्मा की षष्ठिपूर्ती संपन्न
ब. लिमतरा के सियान श्री तेजराम मढ़रिया को सम्मान
स. डॉ. खूबचंद बघेल अगासदिया सम्मान ०७ श्री कोदूराम वर्मा को प्रदत्त
१५. राजिम के देवालय (संत पवन दीवान की साधना स्थली)
१६. देश के नक्शे पर उभरता एक नया कुंभ स्थल राजिम
१७. संत कवि पवन दीवान को अत्यंत प्रिय नेलसन कलागृह में संत समागम
१८. अगासदिया यात्रा एवं उपलब्धि
१९. पत्र एक
आरंभ में डॉ.परदेशीराम वर्मा की पत्रिका 'अगासदिया-27' के संपूर्ण ब्लाग संस्करण को देखकर अच्छा लगा . खुशी हुई बधाई.
जवाब देंहटाएंडॉ. रत्ना वर्मा
agasdiya 27 ke blog sanskaran dekhkar achchha laga, es prayash ke liye badhai.
जवाब देंहटाएंprof. ashwini kesharwani
गज़ब!! आपके प्रयासों की सराहना करनी होगी!! किसी पत्रिका का ब्लॉग संस्करण तैयार करना एक धैर्यपूर्ण, समय लेने वाला और बड़ी मेहनत का काम है!! साधुवाद!!
जवाब देंहटाएंपवन दीवान जी की "राख" कविता जितनी पठन में प्रभावी है उससे कहीं ज्यादा स्वयं पवन दीवान जी के मुंह से सुनने में है। कई साल पहले एक कवि सम्मेलन में अर्धरात्रि को इसे सुनने का मौका मुझे मिला था, अद्भुत अनुभव!!!
शुक्रिया!!
भैया दाद देनी होगी आपके भगीरथ प्रयत्नों पर। इतनी ऊर्जा कहां से लाते हो!
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