छत्तीसगढ़ राजभाषा आयोग का प्रादेशिक सम्मेलन, 2015 सीधे मुख्य सामग्री पर जाएं

छत्‍तीसगढ़ की कला, साहित्‍य एवं संस्‍कृति पर संजीव तिवारी एवं अतिथि रचनाकारों के आलेख

लूट का बदला लूट: चंदैनी-गोंदा

  विजय वर्तमान चंदैनी-गोंदा को प्रत्यक्षतः देखने, जानने, समझने और समझा सकने वाले लोग अब गिनती के रह गए हैं। किसी भी विराट कृति में बताने को बहुत कुछ होता है । अब हमीं कुछ लोग हैं जो थोड़ा-बहुत बता सकते हैं । यह लेख उसी ज़िम्मेदारी के तहत उपजा है...... 07 नवम्बर 1971 को बघेरा में चंदैनी-गोंदा का प्रथम प्रदर्शन हुआ। उसके बाद से आजपर्यंत छ. ग. ( तत्कालीन अविभाजित म. प्र. ) के लगभग सभी समादृत विद्वानों, साहित्यकारों, पत्रकारों, समीक्षकों, रंगकर्मियों, समाजसेवियों, स्वप्नदर्शियों, सुधी राजनेताओं आदि-आदि सभी ने चंदैनी-गोंदा के विराट स्वरूप, क्रांतिकारी लक्ष्य, अखण्ड मनभावन लोकरंजन के साथ लोकजागरण और लोकशिक्षण का उद्देश्यपूर्ण मिशन, विस्मयकारी कल्पना और उसका सफल मंचीय प्रयोग आदि-आदि पर बदस्तूर लिखा। किसी ने कम लिखा, किसी ने ज़्यादा लिखा, किसी ने ख़ूब ज़्यादा लिखा, किसी ने बार-बार लिखा। तब के स्वनामधन्य वरिष्ठतम साहित्यकारों से लेकर अब के विनोद साव तक सैकड़ों साहित्यकारों की कलम बेहद संलग्नता के साथ चली है। आज भी लिखा जाना जारी है। कुछ ग़ैर-छत्तीसगढ़ी लेखक जैसे परितोष चक्रवर्ती, डॉ हनुमंत नायडू जैसों

छत्तीसगढ़ राजभाषा आयोग का प्रादेशिक सम्मेलन, 2015

छत्तीसगढ़ राजभाषा आयोग द्वारा छत्तीसगढ़ी भाषा के प्रचार—प्रसार हेतु एवं छत्तीसगढ़ी को राज काज की भाषा बनानें हेतु दो दिवसीय प्रांतीय सम्मेलन का आयोजन दिनांक 20 व 21 फरवरी 2015 को किया जायेगा। इस आयोजन में छत्तीसगढ़ी भाषा को संविधान की आठवीं अनुसूची में शामिल कराने की मांग मुखरता से रखी जावेगी। आयोजन स्थल देवकी नंदन सभाकक्ष, लाल बहादुर स्कूल, सिटी कोतवाली चौक, बिलासपुर होगा।

बिलासपुर में आयोजित इस प्रादेशिक सम्मेलन के स्वागताध्यक्ष नंद किशोर तिवारी, आर.सी.सिन्हा सचिव—संस्कृति एवं पर्यटन, राकेश चतुर्वेदी संचालक—संस्कृति एवं पुरातत्व, संयोजक पद्मश्री डॉ.सुरेन्द्र दुबे, अध्यक्ष डॉ.विनय कुमार पाठक, सह संयोजक डॉ.सुधीर शर्मा, सचिव मनोज भंडारी हैं।

कार्यक्रम के संबंध में विवरण इस प्रकार हैं —

20 फरवरी 2015

सुबह 9 से 11 बजे तक पंजीयन एवं स्वल्पाहार

सुबह 11 से 12 बजे तक छत्तीसगढ़ी और मराठी के बीच अंतर संबन्ध
डॉ.मधुप पाण्डेय, कवि व्यंग्यकार नागपुर
मूल कृति 'मॉं' की अनुवादित कृति 'दाई' का वाचन डॉ.विनय कुमार पाठक द्वारा

पहला सत्र
दोपहर 12.00 से 1.30 बजे तक गुनान महिला साहित्यकार संगोष्ठी
विषय — छत्तीसगढ़ी महिला लेखन
अध्यक्षता — डॉ.निरूपमा शर्मा
संचालन — श्रीमती शशि दुबे
वक्ता — श्रीमती सरला शर्मा, डॉ.अनुसूया अग्रवाल, बसंती वर्मा, दुलारी चंद्राकर, श्रीमती किरण शर्मा

दोपहर 1.30 से 2.30 भोजन

दूसरा सत्र
दोपहर 2.30 से 4.00 तक कहानी पाठ एवं समीक्षा
अध्यक्षता — डॉ.पालेश्वर प्रसाद शर्मा
कहानीकार — डॉ.परदेशीराम वर्मा संयोजक
वक्ता — डॉ.बिहारी लाल साहू, कामेश्वर पाण्डेय, सुदामा प्रसाद, भाव सिंह हिरवानी, कुबेर साहू, लता राठौर, तुलसी देवी तिवारी

तीसरा सत्र
संध्या 4.00 से 6.00 तक लोक व बाल साहित्य
अध्यक्षता — नन्द किशोर तिवारी
संचालन — डॉ.पीसी लाल यादव
वक्ता — शम्भू लाल शर्मा बसंत, डॉ.चंद्रावती नागेश्वर, डॉ.सोमनाथ यादव, विवेक तिवारी, शिवशंकर शुक्ल

चौथा सत्र
रात्रि 6.00 से 8.00 तक छत्तीसगढ़ी में मीडिया, पत्रकारिता, रेडियो और टीवी, सोसल मीडिया
अध्यक्षता — दानेश्वर शर्मा
संचालन — संजीव तिवारी
वक्ता — मनु नायक, विमल कुमार पाठक, जागेश्वर प्रसाद, लाल रामकुमार सिंह, प्रेम चंद्राकर, मुकुन्द कौशल, पद्मश्री अनुज शर्मा, श्याम वर्मा, दीन दयाल साहू, सुधा वर्मा, योगेन्द्र चौबे, गिरधर शर्मा

रात्रि 8.00 से 9.00 बजे रात्रि भोजन

21 फरवरी 2015

सुबह 8 से 9 बजे स्वल्पाहार

पांचवा सत्र
सुबह 9.00 से 10.30 बजे तक आठवीं अनुसूची में छत्तीसगढ़ी
अध्यक्षता — डॉ.विनय कुमार पाठक
संचालन — डॉ.सुधीर शर्मा
वक्ता — दानेश्वर शर्मा, पद्मश्री डॉ.सुरेन्द्र दुबे, डॉ.ध्रुव कुमार वर्मा, डॉ.सत्यभामा आडिल, डॉ.बिहारी लाल साहू, डॉ.राघवेन्द्र दुबे, हरिहर वैष्णव, डॉ.सुधीर पाठक, ध्रुव देवांगन

छठवां सत्र
सुबह 10.30 से 12.00 तक पाठ्यक्रम में छत्तीसगढ़ी
अध्यक्षता — डॉ.राजेश दुबे
वक्ता — नंद किशोर शुक्ला, डॉ.हंसा शुक्ला, डॉ.नरेश कुमार वर्मा, दादू लाल जोशी, संतराम देशमुख

सातवां सत्र
दोपहर 12.00 से 1.30 तक बात—चीत, यादें
विषय — कवि और कविता
अध्यक्षता — डॉ.सत्यभामा आडिल
संयोजन — सरला शर्मा
पं.मुकुटधर पाण्डेय पर शशि दुबे, पं.शेषनाथ शर्मा 'शील' पर शकुन्तला शर्मा, कपिलनाथ कश्यप पर डॉ.संध्या रानी शुक्ला, डॉ.लोचन प्रसाद पाण्डेय पर मनीषा अवस्थी, पं.द्वारिका प्रसाद तिवारी 'विप्र' पर उषा लता तिवारी, डॉ.प्यारे लाल गुप्त पर वासंती वर्मा, डॉ.रमेश चंद्र महरोत्रा पर डॉ.शैल वर्मा
उपसंहार — तुलसी तिवारी

दोपहर 1.30 से 2.30 भोजन

आठवां सत्र
दोपहर 2.30 से 4.00 तक छत्तीसगढ़ी राजभाषा और राजकाज की भाषा
अध्यक्षता — राकेश चतुर्वेदी, संचालक संस्कृति एवं पुरातत्व
वक्ता — अरविन्द मिश्रा, डॉ.जे.आर.सोनी, डॉ.फूलदास महंत, डॉ.तारणीष गौतम

समापन सत्र
संध्या 4.00 से 5.30 तक खुला मंच
अध्यक्षता — डॉ.जे.आर.सोनी
विमोचन — जात्रा (कु.आस्था तिवारी), कौसल्या दाई के अंचरा (ध्रुव देवांगन), मनखेपन ल जगाना हे (डॉ.जगदीश कुलदीप), पढ़े जाये के डहर म (डॉ.बल्दाउ प्रसाद निर्मलकर), मउरे मोर आमा के डारा (बसंती वर्मा), मोर गज़ल के उडत परेवा (मुकुंद कौशल), रैन बसेरा (तुलसी देवी तिवारी), कथा आय न कथली (वीरेन्द्र सरल), पुरखा के भुइंया (मणिमनेश्वर ध्येय), अंकुश (नरेन्द्र कुमार कौशिक), पुरखा अउ पुरूवानुराग (कृष्ण कुमार अजनबी), हमर चिन्हारी त्रैमासिक पत्रिका (मीना रानी दुबे), भुइंया (रामनाथ साहू), ज्ञान के हवय कहना (संतोष चौबे), पीरा ल कइसे बतांवव संगी (जीतेन्द्र सुकुमार), नाचा (अनिल जांगड़े), मंजूरझाल (अनिल जांगड़े), माटी महतारी (गीता शिशिर चंद्राकर), छत्तीसगढ़ी गद्य लेखन (डॉ.जयभारती चंद्राकर), उत्ती के बेरा (मनोज श्रीवास्तव), सुरता (रमेश सिंह चौहान), जिनगी के बयारा म (सुधा वर्मा), अटकन बटकन (संतराम साहू), गोहार (किरण शर्मा), छत्तीसगढ़ी दोहे एवं सुघ्घर गांव (डॉ.सोमनाथ यादव)

आयोजन में प्रकाशकों के द्वारा पुस्तक प्रदर्शनी एवं डॉ.शिवानंद कामडे द्वारा छत्तीसगढ़ी सिनेमा प्रदर्शनी भी लगाई जावेगी। महिलाओं हेतु आवास व्यवस्था संतोष गेस्ट हाउस, राघवेन्द्र सभा भवन के पास एवं पुरूषों हेतु आवास व्यवस्था खण्डेलवाल धर्मशाला, ईमलीपारा, पुराना बस स्टैण्ड के पास एवं संतोष लाज, जूनी लाईन में किया गया है।

राजभाषा आयोग के इस प्रांतीय सम्मेलन में यदि आप आना चाहें तो इस आयोजन के निम्नलिखित व्यवस्था प्रभारियों से संपर्क कर अपना पंजीयन करा सकते हैं —
आयोजन समिति: पद्मश्री डॉ.सुरेन्द्र दुबे 09826189636, डॉ.विनय कुमार पाठक 09229879898, मनोज भंडारी 09893023974.
आवास प्रभारी: सुशील अग्रवाल 09425532110, डॉ.सुधीर शर्मा 09425536258, अजय अग्रवाल 09630096000.
परिवहन व्यवस्था प्रभारी: सुनील मिश्रा 09329802700, अनंत बाजपेयी 09893265657.
(छत्तीसगढ़ राजभाषा आयोग के आमंत्रण पत्र के आधार पर)

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