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बदरूद्दीन कुरौशी नें यह स्वीकार किया कि वेब साईड एक अंतर्राष्ट्रीय मंच है जिसमें पं. नेहरू को बदनाम किया गया है इसकी शिकायत चुनाव आयोग से की जावेगी एवं कांग्रेस व क्षेत्र की जनता के द्वारा आन्दोलन किया जायेगा।
अब बदरू भईया को कौन समझाये कि कंच कुमारी सरोज पाण्डेय के वेबसाईट के संबंध में बयानबाजी कर वे अप्रत्क्ष रूप से उस साईट का प्रचार कर रहे हैं और अपने स्वाभिमान को ठेस पहुचा रहे हैं ।
पुछल्ला -
एक पूर्व सांसद के खेमे से नेट में सक्रिय मित्र का मजाकिया फोन आया
- भईया क्या सरोज पाण्डेय के बेब साईट को हैक कर उसमें ताराचंद साहू को वोट देने की अपील डाली जा सकती है ?
हमने भी हा हा कहते हुए उस साईट की नब्ज टटोली, कुण्डली पढी सुरक्षा लूपों को चेक किया ।
खतरा बरकरार था, हमने कहा
- भाई अवैधानिक काम करने वाले हैकर जरूर कर सकते हैं जिसके संबंध में मुझे जानकारी नहीं है ।
मित्र और हम दोनो देर तक ठहाका लगाते रहे ।
इस साईट के दीप को अमन से जलने दें क्योंकि दीप तले अंधेरा होता ही है और इसी अंधेरे में अमन चैन से सोता है ।
संजीव तिवारी
जय हो! कम से कम वेब चुनाव में एक औजार तो बना!
जवाब देंहटाएंसरोज पांडे पर नेता होने के चलते नजर गयी होगी वरना अपने हिंदी ब्लॉगर तो अपने मन की भडास निकालने को जाने क्या क्या लिख रहे हैं
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