tag:blogger.com,1999:blog-4449669799777792210.post8803482577699670543..comments2024-02-29T08:28:48.349+05:30Comments on आरंभ Aarambha: छत्तीसगढ़ी डायस्पोरा : शून्य से शिखर की यात्रा36solutionshttp://www.blogger.com/profile/03839571548915324084noreply@blogger.comBlogger12125tag:blogger.com,1999:blog-4449669799777792210.post-23924374153019604242017-10-24T21:04:08.086+05:302017-10-24T21:04:08.086+05:30भाई जी मैं 2,वर्षो से फरक्का बंगाल में निवासरत हूं...भाई जी मैं 2,वर्षो से फरक्का बंगाल में निवासरत हूं, लेकिन दुर्भाग्य से कोई छत्तीसगढ़ी नहीं मिला। Anonymoushttps://www.blogger.com/profile/14583054459890384511noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4449669799777792210.post-75624378165353382692016-11-04T14:48:42.217+05:302016-11-04T14:48:42.217+05:30सराहनीय, सराहनीय, hitendrahttps://www.blogger.com/profile/00371427500014691874noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4449669799777792210.post-46932535121786255562016-10-24T22:57:47.808+05:302016-10-24T22:57:47.808+05:30तब सुदुर जगहों पर बसे हमारे छत्तीसगढिया भाइयों के ...तब सुदुर जगहों पर बसे हमारे छत्तीसगढिया भाइयों के सुख दुख के प्रतिभागी क्यो नही बन सकते।गम्भीरता से प्रयास होना चाहियें ।गिरौदपुरी मेला मे प्रतिवर्ष हजारों दर्शनार्थी आते है।अनेक लोग रिश्तेदारी मे आते जाते है।हमारे ग्राम के एक परिवार वहा है। असमिस बहू रखे है वे लोग जयन्ती परब या गिरौदपुरी मेला के समय अक्सर आते है।<br /> छग की प्रथम महिला सान्सद मिनीमाता जी का जन्म दौलमुख जमुनामुख आसाम है ।सत- संधानhttps://www.blogger.com/profile/16533668926895127083noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4449669799777792210.post-45447902831407403522016-10-24T22:29:03.757+05:302016-10-24T22:29:03.757+05:30वाकिय मे यह कार्य राज्य के लिये गौरव पुर्ण होन्गे।...वाकिय मे यह कार्य राज्य के लिये गौरव पुर्ण होन्गे।प्रवासी छत्तीसगढिया भी इस से अभिभूत होन्गे।जब यहाँ भोजपुरी महोत्सव छट इत्यादि हो सकते है।लन्गर ग्रन्थों जत्थेदार सिख गुरुद्वारे मे आते-आते है।गुजरात का गरबा रास और उडीसा का नुआखाई रथयात्रा का गरिमामय आयोजन होते हैसत- संधानhttps://www.blogger.com/profile/16533668926895127083noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4449669799777792210.post-5712129885335384162016-10-24T16:58:33.072+05:302016-10-24T16:58:33.072+05:30आपका दस्तावेज बहुत ही बढ़िया है।इसकी जरुरत आज छत्ती...आपका दस्तावेज बहुत ही बढ़िया है।इसकी जरुरत आज छत्तीसगढ़ के लोगों को है।छत्तीसगढ़ी भाषा के लिये लड़ रहे है पर एक वर्ग ऐसा भी है जो छत्तीसगढ़ी बोलने में शर्म महसूस करता है।इस तरह के लोग मै दिल्ली और नागपुर मे देखी थी। वहाँ पर आकाशवाणी मे कार्यक्रम भी आता है।इतनी दूर अपनी भाषा और संस्कृति को बचाकर रखना बहुत बड़ी बात है।सुधा वर्मा https://www.blogger.com/profile/15372352205016675641noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4449669799777792210.post-83369039669947417692016-10-24T16:55:17.250+05:302016-10-24T16:55:17.250+05:30आपका दस्तावेज बहुत ही बढ़िया है।इसकी जरुरत आज छत्ती...आपका दस्तावेज बहुत ही बढ़िया है।इसकी जरुरत आज छत्तीसगढ़ के लोगों को है।छत्तीसगढ़ी भाषा के लिये लड़ रहे है पर एक वर्ग ऐसा भी है जो छत्तीसगढ़ी बोलने में शर्म महसूस करता है।इस तरह के लोग मै दिल्ली और नागपुर मे देखी थी। वहाँ पर आकाशवाणी मे कार्यक्रम भी आता है।इतनी दूर अपनी भाषा और संस्कृति को बचाकर रखना बहुत बड़ी बात है।सुधा वर्मा https://www.blogger.com/profile/15372352205016675641noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4449669799777792210.post-37347646297729686462016-10-24T10:04:15.648+05:302016-10-24T10:04:15.648+05:30महत्वपूर्ण जानकारी आदरणीय तिवारी जी।
अपन जनमभूमि ल...महत्वपूर्ण जानकारी आदरणीय तिवारी जी।<br />अपन जनमभूमि ल छोड़ दूर देश म करम जगइया भाई मन ले फेर रोटी—बेटि के नता जोरे के पहल होना चाही।jayant sahu_जयंतhttps://www.blogger.com/profile/02414362150433374382noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4449669799777792210.post-92168226533601092802016-10-24T09:00:25.177+05:302016-10-24T09:00:25.177+05:30छत्तीसगढ़ी diaspora को 'छत्तीसगढ़ वृहत्तरी'...छत्तीसगढ़ी diaspora को 'छत्तीसगढ़ वृहत्तरी' कहा जा सकता है?Rahul Singhhttps://www.blogger.com/profile/16364670995288781667noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4449669799777792210.post-56972635851561180042016-10-24T08:53:51.460+05:302016-10-24T08:53:51.460+05:30अशोक तिवारी जी की दृष्टि और उनका सानिघ्य क्यों अमू...अशोक तिवारी जी की दृष्टि और उनका सानिघ्य क्यों अमूल्य है, प्रमाण के लिए यहां पर्याप्त से भी आगे की बातें हैं. <br />किसी अच्छे शोध-सर्वेक्षण का प्रस्ता्व कितना गंभीर और विचारपूर्ण हो, इसका आदर्श नमूना माना जा सकता है यह आलेख. <br />अभभिूत हूं.<br />Rahul Singhhttps://www.blogger.com/profile/16364670995288781667noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4449669799777792210.post-60413633439998880132016-10-24T01:49:42.263+05:302016-10-24T01:49:42.263+05:30यह तो एक महत्वपूर्ण दस्तावेज साबित होगा। धन्यवाद अ...यह तो एक महत्वपूर्ण दस्तावेज साबित होगा। धन्यवाद अशोक जी का और आपका भी। इसे इस अंतर्जाल में सहेजने के लिए। Sanjeet Tripathihttps://www.blogger.com/profile/18362995980060168287noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4449669799777792210.post-22189085268956981222016-10-23T23:13:15.358+05:302016-10-23T23:13:15.358+05:30छत्तीसगढ़ से कई पीढ़ियों पहले रोजी रोटी के लिए बाह...छत्तीसगढ़ से कई पीढ़ियों पहले रोजी रोटी के लिए बाहर गये लोगों से मेरा भी विभिन्न यात्राओं के दौरान सम्पर्क हुआ। कई पीढ़ियों से बाहर रहने के बाद क्या सांस्कृतिक, आर्थिक, शैक्षणिक एवं राजनीतिक परिवर्तन आए, उन्हें भी समझने का प्रयास किया। इस विषय में वृहद एवं व्यापक स्तर पर कार्य करने की आवश्यकता है। आलेख के लिए अशोक तिवारी जी को सादर शुभकामनाएँ।ब्लॉ.ललित शर्माhttps://www.blogger.com/profile/09784276654633707541noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4449669799777792210.post-43359729872100367372016-10-23T23:13:09.261+05:302016-10-23T23:13:09.261+05:30छत्तीसगढ़ से कई पीढ़ियों पहले रोजी रोटी के लिए बाह...छत्तीसगढ़ से कई पीढ़ियों पहले रोजी रोटी के लिए बाहर गये लोगों से मेरा भी विभिन्न यात्राओं के दौरान सम्पर्क हुआ। कई पीढ़ियों से बाहर रहने के बाद क्या सांस्कृतिक, आर्थिक, शैक्षणिक एवं राजनीतिक परिवर्तन आए, उन्हें भी समझने का प्रयास किया। इस विषय में वृहद एवं व्यापक स्तर पर कार्य करने की आवश्यकता है। आलेख के लिए अशोक तिवारी जी को सादर शुभकामनाएँ।ब्लॉ.ललित शर्माhttps://www.blogger.com/profile/09784276654633707541noreply@blogger.com