tag:blogger.com,1999:blog-4449669799777792210.post8508122968144432499..comments2024-02-29T08:28:48.349+05:30Comments on आरंभ Aarambha: एक गरीब के आत्महत्या की कहानी : जांजगीर-चांपा जिले के गोविंदा गांव का मामला36solutionshttp://www.blogger.com/profile/03839571548915324084noreply@blogger.comBlogger4125tag:blogger.com,1999:blog-4449669799777792210.post-60322263777069511662008-03-17T02:34:00.000+05:302008-03-17T02:34:00.000+05:30संजीव जी आपने जिस दिन यह खबर प्रकाशित की मैंने उसी...संजीव जी आपने जिस दिन यह खबर प्रकाशित की मैंने उसी दिन यह खबर पढी ,पर उसी दिन कुछ कहना मुझे जल्दबाजी लगा |दो दिन सोचने के बाद लगता है की इस पर प्रतिक्रिया देना हमारी नैतिक जिम्मेदारी है ,हम आमिर धरती के निवासी है फिर भी लोग गरीब है ,इस गरीबी ने किसी बेचारे की जान ले ली ,भगवन उसकी आत्मा को शांति दे और उनके परिवार जनों को यह दुःख सहने की शक्ति |मास्टर रोल ,या सरकार की भूमिका ये सब गौण कारण है दीपकhttps://www.blogger.com/profile/08603794903246258197noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4449669799777792210.post-47183975012206223432008-03-16T12:53:00.000+05:302008-03-16T12:53:00.000+05:30किसानों के आत्महत्या की खबर पढ़कर उसका Generaliz...किसानों के आत्महत्या की खबर पढ़कर उसका Generalized कारण देने की हमारी प्रवृत्ति उचित नहीं है। एक संवेदनशीलता के साथ उनके कारणों की पड़ताल होनी चाहिए। इस दिशा में आपका यह लेख अत्यंत महत्वपूर्ण है। आर्थिक अभाव तो होते ही हैं, पर कभी-कभी अन्याय पूर्ण बर्ताव की भूमिका भी पर्याप्त होती है। संभव है कि कारण मात्र 690 रूपए न हो पर उसे प्राप्त करने की प्रक्रिया में जो अपमान, अवमानना झेलनी पड़ी होगीआनंदhttps://www.blogger.com/profile/08860991601743144950noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4449669799777792210.post-88811489151790490952008-03-16T12:52:00.000+05:302008-03-16T12:52:00.000+05:30इस टिप्पणी को लेखक द्वारा हटा दिया गया है.आनंदhttps://www.blogger.com/profile/08860991601743144950noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4449669799777792210.post-1093929745627182242008-03-15T19:29:00.000+05:302008-03-15T19:29:00.000+05:30वास्तव मे ऐसे कृत्य ही मानवता को शर्मसार कर है . ...वास्तव मे ऐसे कृत्य ही मानवता को शर्मसार कर है . रोजगार गारंटी योजना के तहत गरीब को भुगतान न किया जाना व्यवस्था को अंगूठा दिखा रहे है ऐसे भ्रष्ट अधिकारियो के ख़िलाफ़ कठोर कार्यवाही की जाना चाहिए . एम्. पी मे भी ऐसे मामले सुनने मे आ रहे हैसमयचक्रhttps://www.blogger.com/profile/05186719974225650425noreply@blogger.com