tag:blogger.com,1999:blog-4449669799777792210.post7132329432475998943..comments2024-02-29T08:28:48.349+05:30Comments on आरंभ Aarambha: हमारे विश्वास, आस्थाए और परम्पराए : कितने वैज्ञानिक कितने अन्ध-विश्वास ?36solutionshttp://www.blogger.com/profile/03839571548915324084noreply@blogger.comBlogger9125tag:blogger.com,1999:blog-4449669799777792210.post-44245700198995160712016-04-18T15:26:16.591+05:302016-04-18T15:26:16.591+05:30अद्भुतअद्भुतK. Premihttps://www.blogger.com/profile/17841189274022688326noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4449669799777792210.post-4377980353410135082008-01-02T00:33:00.000+05:302008-01-02T00:33:00.000+05:30बहुत अच्छी जानकारी... अपने देश में हर कोस पर नई जा...बहुत अच्छी जानकारी... अपने देश में हर कोस पर नई जानकारी मिलती है... नए साल पर शुभकामनाएँमीनाक्षीhttps://www.blogger.com/profile/06278779055250811255noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4449669799777792210.post-17695627115872612762008-01-01T15:07:00.000+05:302008-01-01T15:07:00.000+05:30एक प्रशंसनीय प्रयास .ऐसा भी हो सकता है कि इस पौधे ...एक प्रशंसनीय प्रयास .ऐसा भी हो सकता है कि इस पौधे की गन्ध् से मनुष्य पर ऐसा प्रभाव पढे कि वह झल्लाता रहे ,जिससे झगडे होना स्वाभाविक है .शायद उसमें कुछ ऐसे केमिकल्स हों <BR/>नये साल की शुभकामनाएंPoonam Misrahttps://www.blogger.com/profile/08526492616367277544noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4449669799777792210.post-10308190900993014142008-01-01T12:25:00.000+05:302008-01-01T12:25:00.000+05:30आभार पंकज अवधिया जी का ! अंध विश्वास मे जीते हुए ल...आभार पंकज अवधिया जी का ! अंध विश्वास मे जीते हुए लोग विश्वास को अन्धविश्वास करार देते आए हैं.<BR/>मसलन चारों अंगुली मे अंगूठी धारण महज शौक नही . सही कहा है सब कुछ सोंच समझ और परख कर<BR/>ही प्राचीन विश्वास कायम हुआ था . उसे अन्धविश्वास कहना अपने पूर्वज को अँधा कहने के बराबर है.<BR/>काश तब अंग्रेजी शिक्षा से सुसज्जित अपना प्राचीन समाज होता तो इन नकारात्मक लोगों की न दाल गलती<BR/>न गाल बजता / संजय शर्माhttps://www.blogger.com/profile/06139162130626806160noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4449669799777792210.post-72048934391225591582008-01-01T00:13:00.000+05:302008-01-01T00:13:00.000+05:30अच्छी जानकारी के लिए धन्यवाद। अगले लेख का इंतज़ार ...अच्छी जानकारी के लिए धन्यवाद। अगले लेख का इंतज़ार है।<BR/><BR/>नया वर्ष आप सब के लिए शुभ और मंगलमय हो। <BR/>महावीर शर्मामहावीरhttps://www.blogger.com/profile/00859697755955147456noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4449669799777792210.post-85907405233709432062007-12-31T20:35:00.000+05:302007-12-31T20:35:00.000+05:30वाह पंकजजी बहुत ही जानकारीपूर्ण लेख.अगले लेख का बे...वाह पंकजजी बहुत ही जानकारीपूर्ण लेख.<BR/><BR/>अगले लेख का बेसब्री से इंतजार है.bhuvnesh sharmahttps://www.blogger.com/profile/01870958874140680020noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4449669799777792210.post-28997274756451214532007-12-31T18:44:00.000+05:302007-12-31T18:44:00.000+05:30मैं तो गाँव में पला बढ़ा हूँ। दादीजी की कई बातें जो...मैं तो गाँव में पला बढ़ा हूँ। दादीजी की कई बातें जो अब तक अंधविश्वास लगती थी, हो सकता है कि वे बहुत सी सही हों। <BR/>आपके लेख की अगली कड़ियों से और जानकारी मिलेगी, उम्मीद है। <BR/>धन्यवाद डॉ साहब।सागर नाहरhttps://www.blogger.com/profile/16373337058059710391noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4449669799777792210.post-82371775557880733152007-12-31T13:22:00.000+05:302007-12-31T13:22:00.000+05:30शहरों में ही जीवन बीतने के कारण ग्रामीण अंचलों मे ...शहरों में ही जीवन बीतने के कारण ग्रामीण अंचलों मे रची बसी ना जाने कितनी ही बातें जानने से हम वंचित हो जाते हैं। जैसे कि उपरोक्त पोस्ट वाली बात।<BR/><BR/>अच्छी जानकारी मिली! शुक्रिया!<BR/><BR/>ज्ञानदत्त जी ने बहुत सही परिभाषा दी है।Sanjeet Tripathihttps://www.blogger.com/profile/18362995980060168287noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4449669799777792210.post-14427822915923288032007-12-31T09:26:00.000+05:302007-12-31T09:26:00.000+05:30विश्वास को लम्बे समय तक अगर वैलिडेट नहीं किया जाता...विश्वास को लम्बे समय तक अगर वैलिडेट नहीं किया जाता - या करने वाले नहीं होते तो वह अन्धविश्वास में बदल जाता है। जरूरी नहीं कि अन्ध विश्वास को दूर किया जाये। जरूरी है कि उसे वैलिडेट किया जाये। <BR/>"झगडहीन" सुन कर मेरे मन में "कर्मनासा" नदी का नाम याद आता है।Gyan Dutt Pandeyhttps://www.blogger.com/profile/05293412290435900116noreply@blogger.com