tag:blogger.com,1999:blog-4449669799777792210.post7039799374628426734..comments2024-02-29T08:28:48.349+05:30Comments on आरंभ Aarambha: कार्यालयीन कर्मचारियों की ब्लागरी खतरे में36solutionshttp://www.blogger.com/profile/03839571548915324084noreply@blogger.comBlogger7125tag:blogger.com,1999:blog-4449669799777792210.post-11690965056166199992009-08-24T12:40:36.219+05:302009-08-24T12:40:36.219+05:30अविनाश वाचस्पति जी के साथ मैं भी इंतजार कर रही हू...अविनाश वाचस्पति जी के साथ मैं भी इंतजार कर रही हूं .. अफसरों की अफसरी पर अफसरों की रिश्वती पर कब आएगा खतरा !!संगीता पुरी https://www.blogger.com/profile/04508740964075984362noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4449669799777792210.post-91727092904224745912009-08-23T23:08:12.285+05:302009-08-23T23:08:12.285+05:30इस पर तो खतरा होना ही था
पर अफसरों की अफसरी पर
अफस...इस पर तो खतरा होना ही था<br />पर अफसरों की अफसरी पर<br />अफसरों की रिश्वती पर<br />कब होगा खतरा<br />उसी दिन का बेसब्री से<br />इंतजार कर रहे हैं हम<br />बहुत बेसब्रे हैं हम।अविनाश वाचस्पतिhttps://www.blogger.com/profile/05081322291051590431noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4449669799777792210.post-35258695585285841152009-08-23T22:08:15.513+05:302009-08-23T22:08:15.513+05:30यहाँ तो आलम यह है की सहर की आस तो है मगर जिन्दगी क...यहाँ तो आलम यह है की सहर की आस तो है मगर जिन्दगी की आस नहीं !Arvind Mishrahttps://www.blogger.com/profile/02231261732951391013noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4449669799777792210.post-35046482894955744932009-08-23T20:21:01.671+05:302009-08-23T20:21:01.671+05:30बहुत अच्छी पोस्ट लिखी है संजीव जी. कुछ लोग तो ऑफिस...बहुत अच्छी पोस्ट लिखी है संजीव जी. कुछ लोग तो ऑफिस का इस्तेमाल केवल अपना ब्लॉग सँवारने के लिए ही करते हैं.इस पर अंकुश लगनी ही चाहिए और हाँ सोशल नेटवर्किंग साइट्स पर भी निगरानी रखने का विचार अच्छा है.Meenu Kharehttps://www.blogger.com/profile/12551759946025269086noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4449669799777792210.post-41078257650214932032009-08-23T16:38:28.071+05:302009-08-23T16:38:28.071+05:30विचारणीय पोस्ट लिखी है।काम के समय काम ही हो यही सह...विचारणीय पोस्ट लिखी है।काम के समय काम ही हो यही सही है।परमजीत सिहँ बालीhttps://www.blogger.com/profile/01811121663402170102noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4449669799777792210.post-89162433084303044872009-08-23T16:18:54.766+05:302009-08-23T16:18:54.766+05:30ऐसा होना सही भी है कार्यालयीन समय कार्य का होता है...ऐसा होना सही भी है कार्यालयीन समय कार्य का होता है न कि सोशल नेटवर्किंग का, जितना सोशल नेटवर्किंग और ब्लोगिंग करना है घर पर करिये।विवेक रस्तोगीhttps://www.blogger.com/profile/01077993505906607655noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4449669799777792210.post-50585864760854418262009-08-23T15:34:34.011+05:302009-08-23T15:34:34.011+05:30ऐसा होना लाजिमी भी है।ऐसा होना लाजिमी भी है।श्यामल सुमनhttps://www.blogger.com/profile/15174931983584019082noreply@blogger.com