समाजसेवी गेंदलाल देशमुख और कवि मुकुंद कौशल सम्मानित दुर्ग. ‘वह लेखक हमेशा जीवित रहता है जो अपने युग और समय पर हस्तक्षेप करता चलता...
30 March, 2015
27 March, 2015
23 March, 2015
17 March, 2015
05 March, 2015
04 March, 2015
02 March, 2015
Subscribe to:
Posts (Atom)
Popular Posts
-
हिन्दी टूल किट Hindi Toolkit IME : आई एम ई को इंस्टाल करें एवं अपने कम्प्यूटर को हिन्दी सक्षम बनावेंकम्यूटर में हिन्दी सक्षम करने के विभिन्न औजार हैं जिनमें से मैं हिन्दी टूल किट Hindi Toolkit IME उपयोग करता हूं इसमें Transliteration,...
-
यह आलेख प्रमोद ब्रम्हभट्ट जी नें इस ब्लॉग में प्रकाशित आलेख ' चारण भाटों की परम्परा और छत्तीसगढ़ के बसदेवा ' की टिप्पणी के रूप म...
-
2. हमारे विश्वास, आस्थाए और परम्पराए: कितने वैज्ञानिक, कितने अन्ध-विश्वास? -पंकज अवधिया इस सप्ताह का विषय पीलिया झाडना या उतारन...
-
5. हमारे विश्वास, आस्थाए और परम्पराए: कितने वैज्ञानिक, कितने अन्ध-विश्वास? - पंकज अव...
-
8 . हमारे विश्वास, आस्थाए और परम्पराए: कितने वैज्ञानिक, कितने अन्ध-विश्वास? - पंकज अवधिया ...

HomeArchives for March 2015
30 March, 2015
समीक्षा : समकालीन स्त्री-विमर्श को डाॅ. विनय कुमार पाठक का प्रदेय
(डाॅ. दादू लाल जोशी के शोध प्रब्रध की समीक्षा) इस शोध प्रबंध की समीक्षा, समालोचना अथवा आलोचना में कुछ लिखने अथवा कहने से पहले हमें ध्य...
27 March, 2015
छत्तीसगढ़ में रंग-परंपरा
27 मार्च विश्व रंगमंच दिवस। जब बात विश्व रंगमंच की हो तो भला छत्तीसगढ़ के रंग-परंपरा की चर्चा कैसे नहीं होगी। क्योंकि दुनिया में सबसे पुरा...
23 March, 2015
डॉ. नथमल झँवर की पांच कवितायें
डॉ. नथमल झँवर जी मेरे गृह नगर सिमगा में निवास करते हैं किन्तु उनकी रचनायें संपूर्ण हिन्दी विश्व में लगातार छपती है। झँवर जी मूलत...
17 March, 2015
जिला न्यायालयों के महत्वपूर्ण निर्णय
भारतीय न्यायपालिका में सूचना और संचार प्रौद्योगिकी के कार्यान्वयन के लिए भारत के सवोच्च न्यायालय द्वारा ई- न्यायालय परियोजना 2005 के तह...
05 March, 2015
छत्तीसगढ़ के जनकवि :कोदूराम “दलित” भुलाहू झन गा भइया
५ मार्च को एक सौ पाँचवीं जयन्ती पर विशेष {छत्तीसगढ़ के सुप्रसिद्ध कहानीकार और वरिष्ठ साहित्यकार श्री परदेशीराम वर्मा जी की किताब – “अपने लो...
04 March, 2015
इस होली में सारे कलुष धो लेना चाहता हूँ
इस सोसल मीडिया और इसके अस्त्र हिन्दी ब्लॉगिंग नें पिछले वर्षों से कुछ ऐसा छद्म और आभासी व्यक्तित्व का निर्माण कर दिया कि, लगने लगा कि मैं भी...
02 March, 2015
आस्था और विश्वास के कवि- पं. विद्याभूषण मिश्र
जब कुछ पढ़ने लायक हुआ तब से छत्तीसगढ़ के दो कवि मेरे मन में बसे हैं एक स्व.नारायण लाल परमार और दूसरे विद्या भूषण मिश्र। दोनों से म...