यह लोककथा छत्तीसगढ़ में कही जाती है। एक राजा था। (लोक में बड़ा जमीदार भी राजा ही होता है।) नौकरों या सेवकों की नियुक्ति वह अपने शर्तों प...
14 June, 2014
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